• रीढ़ की हड्डी की चोट वाले लोगों की पहचान करना तथा उन तक पहुंचना इसके साथ ही जल्द से जल्द नए इंज्यूरी वाले लोगो से जुड़ने पर खास ध्यान देना
  • रीढ़ की हड्डी की चोट के बाद पुनर्वास के अधिकार की सुविधा प्रदान करना।
  • ● क्वालिटी रिहैबिलिटेशन सुविधाओं के प्रसार का समर्थन और निगरानी करना।
  • साक्ष्य-आधारित चिकित्सा प्रोटोकॉल के निर्माण और कार्य के माध्यम से रीढ़ की हड्डी की चोट वाले व्यक्तियों (एससीआई) के लिए उपचार और पुनर्वास की गुणवत्ता में सुधार करना।
  • ग्रामीण क्षेत्रों, निम्न-आय समूहों और संचार सुविधाओं तक पहुंचने में असमर्थ ,ऐसे व्यक्तियों की सेवा प्रदान पर विशेष जोर देने के साथ एक मजबूत सहकर्मी नेटवर्क और एक ज्ञान बैंक की स्थापना करना
  • सरकार के सहयोग से रीढ़ की हड्डी में चोट वाले व्यक्तियों की हाई क्वालिटी वाली रजिस्ट्री की स्थापना को सरल बनाना।
  • रीढ़ की हड्डी की चोट वाले व्यक्तियों के लिए जीवन की गुणवत्ता में वृद्धि करना

               तथाकथित उपचारों के अवैज्ञानिक तरीकों के खिलाफ वकालत।
               मुश्किलों का मुकाबला करना तथा प्रेशर अल्सर के देखभाल तथा बचाव के उचित तरीकों को अपनाने के बारे में प्रोत्साहित करना जो आमतौर पर बेडोरस के रूप में जाना जाता है
               इन्क्लूसिव एजुकेशन, प्रशिक्षण, सशक्तिकरण और व्यवसाय/रोजगार पर मार्गदर्शन।
               सामाजिक मेल जोल, मनोरंजन और खेल जो सामान्यत अच्छे स्वास्थ्य और फिटनेस के लिए जरूरी हो।
               अनुसंधान, ट्रैकिंग तथा रिपोर्टिंग को बढ़ावा देना
               सहायता उपकरण और चिकित्सा आपूर्ति की जानकारी और उपलब्धता।

  • रीढ़ की हड्डी की चोट वाले व्यक्तियों के सामाजिक, आर्थिक और पारिवारिक जीवन पर अनुवर्ती कार्रवाई, जहां आवश्यक और संभव हो, भौगोलिक दृष्टि से कई स्तरों पर सहायता प्रदान करने में सक्षम, विशेष रूप से रीढ़ की हड्डी में घायल व्यक्ति, उसके परिवार और दोस्तों को सक्षम होने के लिए सहायता प्रदान।
  • जहां जरूरी तथा संभव हो रीढ़ की हड्डी की चोट वाले व्यक्तियों के सामाजिक, आर्थिक और पारिवारिक जीवन के लिए जरूरी सेवा प्रदान करना, विशेषकर स्पाइनल कॉर्ड इंज्यूरी वाले व्यक्ति, उसके परिवार और दोस्तों को भौगोलिक अर्थों में कई स्तरों पर सपोर्ट सिस्टम से जोड़कर सहायता प्रदान करना।
  • सरकार के विभिन्न स्तरों पर सार्वजनिक नीति को ढालना।
  • मानसिक तथा शारीरिक बैरियर को दूर करके एक्सेसिबिलिटी को बढ़ावा देना। 
  • Promote accessibility by removing mental and physical barriers.